Sarso oil new Rate : 7वें आसमान से गिरे सरसों के तेल का भाव, जानिए आज का ताजा रेट
Sarso oil new Rate: होली के बाद एक बार फिर सरसों के तेल के रेट में गिरावट आ गई है, हालांकि इसकी संभावना पहले ही सील हो रही थी कि त्योहारी सीजन जैसा खत्म हो जाएगा, उसके बाद विभिन्न धारणाओं के आधार पर निचले स्तर पर पहुंचेंगे हालांकि इस खबर की पुष्टि नहीं हुई थी लेकिन अब खबर यह है कि सरसों का तेल अब गिरने की ओर है।
मिली जानकारी के अनुसार जिस प्रकार की खबरें पहले मीडिया में चल रही थी कि सरसों के तेल का रेट होली के बाद में गिरेगा क्योंकि त्योहारी सीजन जैसा दिखता है उस समय विभिन्न लोगों के भावों को छूते हैं क्योंकि उस समय सभी भगवान की राय गत सातवें स्काई पर होता है।
होली की त्योहार के बाद जैसे ही बाजार में मंदी का दौर आया और मांग में कमी आई वैसे ही सरसों के तेल के रेट में भी गिरावट की ओर होते हुए नजर आ रहे हैं और कीमत के निशान में साफ तौर पर नजर आ रही है। Sarso oil new Rate
भारत देश के लॉकडाउन से सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश में सरसों तेल की आज्ञा (सरसों के तेल की कीमत आज) में काफी दावे की स्थिति बनी हुई है। यूपी के मुरादाबाद जिले के सरसों का तेल तीन साल में अब सबसे ज्यादा बिक रहा है, जो खरीदारी कर पैसे बचा सकते हैं।
अब यहां सरसों का तेल 160 रुपये प्रति लीटर के होश से बिक रहा है। यह कीमत सुप्रीम स्तर से करीब 50 रुपये प्रति लीटर कम है। पिछले कुछ महीने पहले पिछले साल यहां सरसों का तेल 210 रुपये प्रति लीटर दर्ज किया गया था। इसके साथ ही यूपी के बिजनौर में भी सरसों का तेल बहुत मस्क में बिक रहा है।
ओरिजिनल तेल सिर्फ 70 ₹ लीटर- Sarso oil new Rate
यहां सरसों तेल सुप्रीम स्तर से 60 से 65 रुपये प्रति किलो कम के होश से बिक रहा है, जब आप तुरंत खरीदारी कर सकते हैं। यहां तेल के दाम 155-60 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए जा रहे हैं। Sarso oil new Rate
आप लोग बताएं सरसों के तेल के दामों में भारी गिरावट देखने की मेरा आप लोगों को भी बात दें कि कितने रुपए प्रति लीटर के अनुसार कम किया गया है सरसों के तेल का दाम हम लोगों को बताएं कि प्रति किलो के होश से 60 से ₹70 कम किए गए हैं . Sarso oil new Rate
तेल का दाम कम हो गया है। आप लोग बताते हैं कि तेल का दाम में बहुत गिरावट देखने को मिल रही है क्योंकि आजकल कि आप लोग बताते हैं कि किसान भाइयों के ऊपर से अधिक होने के कारण सरसों की अधिक खरीदारी होने के कारण सरकार की ओर से बाजार की ओर से रेटिंग को अधिकतम कर सकते हैं
क्योंकि इसी कारण से किसान भाइयों को देखते हुए सभी सांसद बैठे हुए सदन में बैठे हुए लोग सभी लोगों को एक साथ मिलाकर देने के लिए के भाव को गिरावट को तय करते हैं किसी कारण से सरसों तेल के दामों में गिरावट देखने को मिल रहा है आप लोग इस पोस्ट के माध्यम से नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके और ज्यादा पैसे से खरीद सकते हैं।
सरसों की कीमतों में तेजी की वजह बाजार में आई सरसों की नई फसल को बताया जा रहा है। सरसों का सरकारी भाव ₹5050 प्रति क्विंटल है, लेकिन नई फसल आते ही सरसों ₹6000 से ₹7000 प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की जा रही है। शुरू हो गया है।
शुरुआत में ही सरसों के दाम अधिक होने के कारण बड़े और समझदार किसान इसका भंडारण करने लगे और बाजार में कम लाने लगे।